देशभक्ति से भरी कहानी और शानदार विजुअल इफेक्ट्स का मिलाजुला असर – यही है ऐ वतन मेरे वतन, जिसे हाल ही में वाम समिट एंड अवार्ड्स मेंबेस्ट वीएफएक्स फिल्म का अवॉर्ड मिला है।
धर्मेटिक एंटरटेनमेंट ने सोशल मीडिया पर यह खबर शेयर करते हुए लिखा: "विजय ने एक ऐसी कहानी के लिए ट्यून किया जो बदलाव की क़तराक़तरा लेकर आई! वाम समिट और अवार्ड्स में सर्वश्रेष्ठ वीएफएक्स फ़िल्म जीतने के लिए #ऐवतनमेरेवतन की टीम को बधाई।"
यह फिल्म 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के समय की है, जब एक बहादुर लड़की उषा मेहता ने ब्रिटिश राज के खिलाफ गुप्त रेडियो स्टेशन शुरूकिया। वह आवाज़ बनी आज़ादी की, और ब्रिटिश सरकार उसके पीछे लग गई। फिल्म में सारा अली खान ने उषा मेहता का किरदार निभाया है। उनकेसाथ एलेक्स ओ’नेल और इमरान हाशमी भी हैं। फिल्म को कन्नन अय्यर ने डायरेक्ट किया है और इसे करण जौहर ने अपने प्रोडक्शन हाउस धर्मेटिकएंटरटेनमेंट के तहत प्रोड्यूस किया है।
इस फिल्म में वीएफएक्स यानी विजुअल इफेक्ट्स का बहुत अच्छा इस्तेमाल हुआ है। पुराने ज़माने की गलियाँ, छुपा हुआ रेडियो स्टेशन, और उससमय की फील – सबकुछ बहुत असली लगता है। वीएफएक्स ने इस कहानी को और भी जानदार बना दिया है।
हालाँकि फिल्म को क्रिटिक्स से मिली-जुली राय मिली थी, लेकिन इसकी टेक्निकल क्वालिटी की सभी ने तारीफ की। अब इस अवॉर्ड के बाद ऐवतन मेरे वतन को एक बड़ी पहचान मिल गई है।
यह फिल्म साबित करती है कि अगर इतिहास को दिल से और तकनीक से दिखाया जाए, तो वह सिर्फ कहानी नहीं, एक अनुभव बन जाता है।