चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: पंजाब में आत्महत्या करने वाले आईपीएस अधिकारी पूरन कुमार की पत्नी और सीनियर आईएएस अफसर अमनीत पी. कुमार ने चंडीगढ़ पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस पोस्टमार्टम के लिए जल्दबाजी कर रही है और उनके पति के शव को सम्मान नहीं दिया गया। अमनीत ने आरोप लगाया कि “एक दलित महिला को उसके पति के शव को सम्मानपूर्वक हैंडल करने का अधिकार भी नहीं दिया जा रहा है।”
अमनीत कुमार ने बताया कि उन्होंने पोस्टमार्टम की अनुमति दी थी, लेकिन यह भी कहा था कि पहले उनके बच्चे पिता को अंतिम विदाई देंगे। इसके बावजूद, पुलिस परिवार की गैरमौजूदगी में शव लेकर अस्पताल चली गई। उन्होंने कहा कि “अब जो भी होगा, उसकी जिम्मेदारी चंडीगढ़ पुलिस की होगी।” साथ ही उन्होंने शक जताया कि अस्पताल से पीजीआई ले जाते समय जरूरी सबूत नष्ट किए गए होंगे।
इस विवाद के बीच, चंडीगढ़ पुलिस डीजीपी सागर प्रीत हूडा ने माना कि “कम्यूनिकेशन गैप” हुआ है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि परिवार की सहमति के बिना पोस्टमार्टम नहीं होगा और शव एसएसपी की निगरानी में है। इसी बीच, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव राजेश खुल्लर ने भी अमनीत कुमार से मुलाकात कर दो घंटे तक बातचीत की ताकि मामले को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाया जा सके।
इधर, कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अमनीत कुमार को पत्र लिखकर संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि “आपके पति की दुखद मृत्यु की खबर बेहद पीड़ादायक है। इस कठिन घड़ी में मेरी संवेदनाएं आपके और आपके परिवार के साथ हैं।” सोनिया ने अपने पत्र में पूरन कुमार को समर्पित और ईमानदार अधिकारी बताया, जिनकी कमी लंबे समय तक महसूस की जाएगी।