चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: चंडीगढ़ में चल रहे इस करोड़ों की लूट वाले केस में अब बड़ा मोड़ आ गया है। दरअसल, जिला अदालत ने बठिंडा के शिकायतकर्ता संजय गोयल के खिलाफ जमानती वारंट जारी कर दिए हैं। कोर्ट ने साफ कहा कि उन्हें कई बार नोटिस भेजे गए, लेकिन वह पेश नहीं हुए। अब हालात ऐसे हैं कि 8 दिसंबर को उन्हें हर हाल में कोर्ट में आना ही होगा।
इस मामले में बर्खास्त सब-इंस्पेक्टर नवीन फोगाट पहले ही serious आरोप लगा चुके हैं। उनका कहना है कि दो साल पहले जब उन्होंने अदालत में सरेंडर किया था, तब पलसोरा पुलिस चौकी में मौजूद डीएसपी विर्क और कुछ अधिकारियों ने उन्हें बुरी तरह पीटा था। फोगाट यह साबित करना चाह रहे थे कि उस समय डीएसपी मौके पर मौजूद थे, इसलिए उन्होंने उनकी मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल तक मांगी थी, मगर निचली अदालत और सेशंस कोर्ट—दोनों ने ही उनकी अर्जी खारिज कर दी।
पूरा मामला अगस्त 2023 का है, जब बठिंडा के व्यापारी संजय गोयल ने पुलिस को बताया कि वह 500-500 के नोटों में रखे 1 करोड़ रुपये बदलने मोहाली आए थे। किसी जानकार ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि नोट बदले जाएंगे और बदले में सिर्फ 5% कमीशन देना होगा। लेकिन चंडीगढ़ के सेक्टर-40 पहुंचने पर कहानी पलट गई। वहां कुछ लोग आए, जिनमें से एक पुलिस की वर्दी में था, और उन्होंने कथित तौर पर धमकाकर 1 करोड़ रुपये से भरा बैग उठा लिया और गाड़ी में डालकर भाग गए।
अगले दिन जब शिकायत थाने में दी गई, तो सामने आया कि इस लूट में पुलिसकर्मियों के नाम ही सामने हैं। जांच में उस समय के एडिशनल SHO नवीन फोगाट, कांस्टेबल शिव कुमार, कांस्टेबल वरिंदर सिंह और एक प्राइवेट व्यक्ति वजिंदर सिंह गिल का नाम जुड़ा। अब जब अदालत खुद शिकायतकर्ता को ढूंढ रही है, तो इस केस की दिशा फिर से बदलती दिख रही है।