चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: चंडीगढ़ के जीरकपुर बॉर्डर पर होली के दिन एक बड़ा हादसा हुआ, जिसमें एक तेज रफ्तार कार ने पुलिसकर्मियों और एक व्यक्ति को कुचल दिया। हादसा शुक्रवार सुबह उस समय हुआ जब पुलिस नाके पर वाहनों की चेकिंग कर रही थी। कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि टक्कर के बाद तीनों के शरीर के टुकड़े हो गए और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। मृतकों में कॉन्स्टेबल सुखदर्शन, होमगार्ड वॉलंटियर राजेश और एक आम नागरिक समर्थ दुआ शामिल हैं। घटना की सूचना मिलते ही चंडीगढ़ की SSP कंवरदीप कौर मौके पर पहुंचीं और मामले की जांच शुरू की गई।
पुलिस के मुताबिक, चंडीगढ़-जीरकपुर बॉर्डर पर कॉन्स्टेबल सुखदर्शन और वॉलंटियर राजेश एक बलेनो कार की चेकिंग कर रहे थे। तभी पीछे से आई तेज रफ्तार पोलो कार ने बलेनो को जोरदार टक्कर मारी, जिससे वहां खड़े सुखदर्शन, राजेश और बलेनो का ड्राइवर समर्थ दुआ कार की चपेट में आ गए। टक्कर इतनी भयानक थी कि तीनों के शरीर के हिस्से कंटीले तारों में फंस गए। हादसे के बाद आरोपी ड्राइवर मौके से फरार हो गया।
घटना के तुरंत बाद पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और कार के नंबर के आधार पर आरोपी की पहचान की। आरोपी की पहचान चंडीगढ़ के हल्लोमाजरा निवासी गोविंद के रूप में हुई है, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि हादसे के समय गोविंद नशे की हालत में था। पुलिस ने उसका मेडिकल टेस्ट करवाया है और उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। साथ ही कार में मौजूद तीन नाबालिगों के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है।
मृतक कॉन्स्टेबल सुखदर्शन की पत्नी रेनू भी चंडीगढ़ पुलिस में कार्यरत हैं। वह सेक्टर-19 पुलिस स्टेशन में तैनात हैं। वहीं होमगार्ड वॉलंटियर राजेश पंजाब के गुरदासपुर के रहने वाले थे और सेक्टर-31 में रहते थे। तीसरे मृतक समर्थ दुआ पंजाब यूनिवर्सिटी के कैंपस में रहते थे और एक मोबाइल कंपनी में काम करते थे। हादसे के बाद मृतकों के परिवारों में मातम पसरा हुआ है।