चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: सीबीआई चंडीगढ़ ने भ्रष्टाचार और आय से अधिक संपत्ति के मामले में जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीएम और वर्तमान प्रशासनिक सचिव, श्रम और रोजगार विभाग, राजीव रंजन के खिलाफ केस दर्ज किया है। उनके साथ वाराणसी के कृपा शंकर रॉय और दुलारी देवी सहित कुछ अज्ञात लोगों को भी आरोपी बनाया गया है। यह कार्रवाई सीबीआई को मिली शिकायत के आधार पर की गई, जिसके बाद जांच एजेंसी ने कई महीनों तक रंजन के बैंक खातों, संपत्तियों और वित्तीय लेन-देन की गहन जांच की।
सीबीआई को जांच में पता चला कि राजीव रंजन ने अपनी आमदनी से कहीं अधिक संपत्ति अर्जित की है। उन्होंने न सिर्फ अपने नाम पर बल्कि परिवार और अन्य रिश्तेदारों के नाम पर भी प्रॉपर्टी खरीदी। इस आधार पर उनके खिलाफ आरपीसी की धारा 109 और जम्मू-कश्मीर पीसी अधिनियम, एसवीटी 2006 की धारा 5(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। उनकी विभिन्न संपत्तियों पर सीबीआई की टीमें छापेमारी कर रही हैं और सबूत जुटाए जा रहे हैं।
रंजन का नाम जम्मू-कश्मीर के चर्चित फर्जी गन लाइसेंस घोटाले में भी सामने आ चुका है, जहां उन पर गैरकानूनी तरीके से पैसे लेकर गन लाइसेंस जारी करने का आरोप है। केंद्र सरकार ने उनके खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी है। सीबीआई की जांच में यह सामने आया कि उन्होंने अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर अपात्र लोगों को गन लाइसेंस जारी किए, जिसके बदले में बड़ी रकम वसूली गई। अब एजेंसी इस मामले में उनके खिलाफ ठोस सबूत जुटाने में लगी है।