चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: चंडीगढ़ के धनास इलाके में मिली महिला की लाश की गुत्थी आखिरकार पुलिस ने सुलझा ली है। 15 जून को जंगल में बरामद हुए शव की पहचान बीना कुमारी के रूप में हुई, जो बापूधाम कॉलोनी की रहने वाली थीं। पुलिस ने इस मामले में उसी कॉलोनी में रहने वाले 24 वर्षीय ई-रिक्शा चालक सूरज को गिरफ्तार किया है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि बीना और सूरज एक-दूसरे को पहले से जानते थे और उनके बीच दोस्ती थी। हालाँकि सूरज का कहना है कि उसने बीना की हत्या नहीं की।
सूरज की मानें तो बीना की मौत सांप के काटने से हुई थी। दोनों शनिवार रात को सुखना झील पर मिलने पहुंचे थे, जहां बातचीत के बाद वे सीढ़ियों से नीचे उतर रहे थे। तभी बीना को सांप ने काट लिया। सूरज के मुताबिक, वह घबरा गया और तुरंत उसे अस्पताल ले जाने लगा, लेकिन रास्ते में ही सेक्टर-16 अस्पताल के पास बीना ने दम तोड़ दिया। पकड़े जाने के डर से सूरज ने लाश को ई-रिक्शा में डालकर धनास के जंगल में फेंक दिया और फरार हो गया।
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने बीना के घर से धनास तक के रास्ते में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले। ई-रिक्शा के नंबर से सूरज की पहचान की गई और सोमवार देर रात उसे गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने उसका ई-रिक्शा भी जब्त कर लिया है। बीना की बहन ने रोते हुए मीडिया से कहा कि अगर सूरज ने उसे अस्पताल नहीं ले जाना था तो कम से कम परिवार को खबर कर देता। बहन की मांग है कि सूरज को कड़ी सजा दी जाए।
बीना मूल रूप से बांग्लादेश की रहने वाली थीं और शादीशुदा थीं। उनके दो छोटे बच्चे हैं। शनिवार की रात वो अपने मोबाइल फोन को घर पर छोड़कर निकली थीं और बच्चों से यह कहकर गई थीं कि वो शनि मंदिर जा रही हैं। सुखना झील पर पहुंचने के बाद दोनों काफी देर साथ रहे, तभी यह हादसा हुआ। सूरज ने घटना के बाद अपने एक दोस्त को भी फोन किया था, लेकिन उसकी सलाह मानने के बजाय बीना की लाश को जंगल में फेंककर भाग गया।