चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: चंडीगढ़ के सेक्टर 26 की बदहाल मंडी व्यवस्था पर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट की सख्त टिप्पणी के बाद प्रशासन सक्रिय हो गया है। सोमवार को कृषि सचिव प्रदीप कुमार ने खुद मंडी का दौरा किया और अधिकारियों के साथ मैराथन बैठक में मंडी की स्वच्छता, अतिक्रमण हटाने और सुधार कार्यों की समीक्षा की। हाईकोर्ट ने प्रशासन से 10 नवंबर तक सेक्टर 26 मंडी में टूटी सड़कों, गंदगी और जिम्मेदार अधिकारियों पर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है।
बैठक में मार्केट कमेटी के प्रशासक पवित्र सिंह और प्रशासन, पुलिस तथा इंजीनियरिंग विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। उन्होंने मंडी में अतिक्रमण और अनधिकृत विक्रेताओं को हटाने, भीड़भाड़ कम करने, पार्किंग की मरम्मत और वाहनों के प्रवेश व निकास के बेहतर प्रबंधन के लिए उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी। कृषि सचिव ने अधिकारियों को समय-सीमा के भीतर कार्य पूरा करने और गुणवत्ता बनाए रखने के निर्देश दिए।
सफाई और सुरक्षा सुधार के लिए मंडी में कई कदम उठाए जा रहे हैं। इसमें प्रवेश द्वारों पर बैरिकेड, घोड़ा और वाहन पार्किंग में GI पाइप चेन लिंक, नीलामी प्लेटफॉर्म की मरम्मत, कार और स्कूटर पार्किंग की मार्किंग और LED लाइटों के माध्यम से प्रकाश व्यवस्था शामिल हैं। इसके अलावा, पुलिस को मंडी में अतिरिक्त कर्मियों की तैनाती और यातायात नियंत्रित करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि त्योहारों के दौरान भी आवागमन सुचारू रहे।
इंजीनियरिंग विभाग ने बताया कि आंतरिक सड़कों और पार्किंग के उन्नयन के लिए एनआईटीटीटीआर से परामर्श लिया जा रहा है और रिपोर्ट का इंतजार है। प्रकाश व्यवस्था और CCTV कैमरों के लिए अनुमान और टेंडर प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है। कृषि सचिव ने अधिकारियों को ठेकेदारों के साथ समन्वय बनाए रखने और सभी कार्य समय पर और उच्च मानक के अनुसार पूरा करने के निर्देश दिए।