चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: 11 सितंबर 2024 को चंडीगढ़ के सेक्टर-10 में हुए हैंड ग्रेनेड हमले में अब एक नया मास्टरमाइंड सामने आया है – अभिजोत सिंह उर्फ बब्बी, जो पंजाब के बटाला का रहने वाला है। इससे पहले बटाला और गुरदासपुर के थानों पर हुए ग्रेनेड हमलों की साजिश भी उसी ने रची थी। एनआईए को उसकी चंडीगढ़ हमले में भी संलिप्तता के अहम सुराग मिले हैं।
अभिजोत इस समय गुरदासपुर सेंट्रल जेल में बंद है। एनआईए ने उसे पूछताछ के लिए 7 अप्रैल को चंडीगढ़ लाने का वारंट कोर्ट से हासिल किया है। यह कार्रवाई रोहन मसीह की पूछताछ के बाद तेज हुई, जिसने अभिजोत का नाम हमले में लिया था। उस वक्त उसका नाम FIR में नहीं था, लेकिन अब पुख्ता सबूत मिलने के बाद एनआईए उसे रिमांड पर लेने की तैयारी में है।
एनआईए की जांच में यह भी सामने आया कि आरोपित रोहन और विशाल के मोबाइल से कई विदेशी नंबर, चैट्स और संदिग्ध वीडियोज़ बरामद हुए थे, जिससे पाकिस्तान लिंक की पुष्टि हुई। मोबाइल फोरेंसिक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ कि दोनों के संपर्क बब्बर खालसा इंटरनेशनल और अमेरिका में मौजूद आतंकी हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासियां से थे।
दरअसल, यह हमला एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी जसकीरत सिंह चहल को निशाना बनाकर करवाया गया था, जो पहले उस कोठी में रहते थे। हालांकि घटना के समय वहां गोपेश मल्होत्रा रह रहे थे, जो बाल-बाल बच गए। गृह मंत्रालय के निर्देश पर इस केस की जांच चंडीगढ़ पुलिस से लेकर एनआईए को सौंपी गई, जो अब इस आतंकी साजिश को उजागर करने में जुटी है।