चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: अगर आप स्टूडियो घिबली की फिल्मों, वॉलपेपर या आर्टवर्क के शौकीन हैं और इन्हें इंटरनेट से डाउनलोड करते हैं, तो सतर्क हो जाइए। चंडीगढ़ साइबर पुलिस ने इस बारे में चेतावनी दी है कि साइबर अपराधी अब इसी शौक को निशाना बना रहे हैं। लोग जो आर्ट या फिल्म से जुड़ी चीजें डाउनलोड कर रहे हैं, उनके जरिए ठग लोगों के फोन और कंप्यूटर में मालवेयर डालकर डाटा चोरी कर रहे हैं। सेक्टर-17 स्थित साइबर क्राइम थाने की ओर से इस पर विशेष एडवाइजरी जारी की गई है।
साइबर सेल ने बताया कि फर्जी वेबसाइट्स खुद को घिबली से जुड़ा बताकर टी-शर्ट, पोस्टर, आर्ट या गिफ्ट बेच रही हैं, जबकि असल में ये सभी साइटें नकली हैं। लोग ऑनलाइन पेमेंट कर देते हैं लेकिन सामान नहीं आता। साथ ही उनकी पर्सनल डिटेल्स जैसे नाम, पता और बैंक जानकारी भी चोरी हो जाती है। इसके अलावा सोशल मीडिया पर फ्री गिफ्ट या कॉन्टेस्ट के नाम पर ऐसे ऐप्स डाउनलोड करवाए जाते हैं जिनमें वायरस या स्पायवेयर होता है, जो डिवाइस को नुकसान पहुंचा सकता है।
एसपी गीतांजलि खंडेलवाल के मुताबिक, कुछ ऐप्स यूज़र्स से कैमरा और गैलरी की एक्सेस मांगते हैं। लोग बिना सोचे इजाजत दे देते हैं, जिससे ऐप उनकी फोटो और फेस डेटा चुरा लेते हैं। यह डेटा बेहद संवेदनशील होता है और इसका इस्तेमाल डीपफेक वीडियो बनाने, झूठी पहचान बनाने या ऑनलाइन पीछा करने जैसे अपराधों में हो सकता है। इसलिए घिबली आर्ट या किसी भी ऐसे कंटेंट को डाउनलोड करने से पहले सोचना जरूरी है कि वह सुरक्षित स्रोत से आ रहा है या नहीं।