चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: चंडीगढ़ में प्रॉपर्टी टैक्स में भारी बढ़ोतरी के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। बीजेपी के मेयर और पार्षदों के सामूहिक इस्तीफे की चर्चा ने नगर निगम की राजनीति को गरमा दिया है। जानकारी के मुताबिक, भाजपा के सभी पार्षद एक साथ इस्तीफा देने की तैयारी में हैं। उनका कहना है कि जनता पर तीन गुना टैक्स का बोझ डाला गया, लेकिन उनकी आवाज को नजरअंदाज किया जा रहा है।
गौरतलब है कि 1 अप्रैल 2025 से चंडीगढ़ में न सिर्फ प्रॉपर्टी टैक्स, बल्कि कलेक्टर रेट भी तीन गुना तक बढ़ा दिया गया है। इसका विरोध कांग्रेस और भाजपा दोनों कर रही हैं, हालांकि नगर निगम में फिलहाल भाजपा की सत्ता है। इसके बावजूद पार्षदों की बात नहीं सुनी जा रही, जिससे नाराज होकर वे सामूहिक त्यागपत्र जैसे कड़े कदम पर विचार कर रहे हैं।
मंगलवार को सेक्टर-33 स्थित कमलम में भाजपा नेताओं की बैठक हुई, जिसमें मेयर, पार्षदों और पार्टी प्रमुख सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल थे। बैठक में पार्षदों ने नाराजगी जाहिर की और कहा कि जब हमारी बात नहीं सुनी जा रही तो हम जनता को क्या जवाब दें। वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की ने इस मौके पर भाजपा की डबल इंजन सरकार को फेल बताया और कहा कि जनता पर लगातार टैक्स का बोझ लादा जा रहा है, जिसे कांग्रेस लेकर सड़कों पर उतरेगी।