चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: चंडीगढ़ में नकली मेजर और ठगी के आरोपी गणेश भट्ट का केस अब क्राइम ब्रांच से हटाकर ऑपरेशन सेल को सौंप दिया गया है। यह कदम इसलिए उठाया गया क्योंकि भट्ट ने क्राइम ब्रांच पर मारपीट और थर्ड डिग्री टॉर्चर का आरोप लगाया था।
गणेश भट्ट पर आरोप है कि उसने नकली मेजर बनकर एक महिला कॉन्स्टेबल से 5 लाख रुपये की ठगी की और इसके अलावा कई अन्य लोगों को भी ठगा। क्राइम ब्रांच ने दो बार उसकी रिमांड लेने की कोशिश की, लेकिन कोर्ट ने अनुमति नहीं दी। आज आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जुडीशियल कस्टडी में भेज दिया गया।
भट्ट के वकील निखिल के. वशिष्ठ ने दावा किया कि पुलिस ने उसके मुवक्किल के साथ थर्ड डिग्री टॉर्चर किया। मेडिकल बोर्ड ने जांच में भट्ट के कान में चोट, आंख, हाथ-पैर और गाल पर सूजन और शरीर पर छोटे-छोटे चोट के निशान पाए। इससे पहले अदालत ने डीजीपी से रिपोर्ट भी मांगी थी कि यह केस क्राइम ब्रांच से हटाकर किसी अन्य थाने को क्यों न दिया जाए।
जांच अधिकारी ने बताया कि आरोपी गणेश भट्ट से आर्मी यूनिफॉर्म बरामद करनी है, साथ ही उसका मोबाइल और बैंक अकाउंट्स की जांच करनी है। वकील ने आरोप लगाया कि गणेश को झूठे केस में फंसाया जा रहा है और पुलिस उसकी रिमांड लेने के लिए झूठी कहानी बना रही है। कोर्ट ने केस की जांच किसी अन्य पुलिस अधिकारी को देने का आदेश दिया, लेकिन वकील ने कहा कि नए जांच अधिकारी क्राइम ब्रांच का ही है, जिससे निष्पक्ष जांच नहीं हो पाएगी।