चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: चंडीगढ़ पुलिस ने कांस्टेबलों की पदोन्नति और प्रशिक्षण प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और आधुनिक बनाने के लिए बी-1 टेस्ट में संशोधन किया है। नए नियमों के मुताबिक, अब लिखित परीक्षा का परिणाम सील बंद लिफाफे में रखा जाएगा और अंतिम चयन सूची तैयार होने पर ही खोला जाएगा।
परीक्षा संरचना:
बी-1 टेस्ट अब दो हिस्सों में होगा। पहला हिस्सा लिखित परीक्षा (65 अंक) है, जिसमें शामिल हैं:
भारतीय न्याय संहिता (BNS) – 20 अंक
भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) – 20 अंक
पंजाब पुलिस एक्ट और संबंधित नियम – 15 अंक
सामान्य ज्ञान और रीजनिंग – 10 अंक
दूसरा हिस्सा रिकॉर्ड मूल्यांकन (35 अंक) होगा। इसमें सेवा अवधि, पदक और उपलब्धियों के आधार पर अंक दिए जाएंगे। उदाहरण के लिए:
राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार – 5 अंक
राष्ट्रपति पुलिस पदक – 10 अंक
प्रशासनिक पुलिस पदक – 10 अंक
जीवन रक्षा पदक – 15 अंक
केंद्रीय गृह मंत्रालय दक्षता पदक – 5 अंक
सेवा अवधि के अनुसार 1 अंक प्रति वर्ष (अधिकतम 15 अंक)
नए पाठ्यक्रम में शामिल हैं:
बीएनएस, बीएनएसएस की प्रमुख धाराएँ, पंजाब पुलिस एक्ट 2007, अनुशासन, दंड, पुलिस स्टेशन संचालन और प्रमोशन प्रक्रिया। साथ ही कुछ विशेष कानून भी शामिल हैं जैसे: एनडीपीएस एक्ट, पाक्सो एक्ट, शस्त्र अधिनियम, अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम, किशोर न्याय अधिनियम आदि।
आपत्तियों के लिए समय:
पुलिस मुख्यालय ने सभी यूनिट इंचार्जों को निर्देश दिया है कि संशोधित ड्राफ्ट नोटिस बोर्ड पर लगाए जाए और सभी पुलिसकर्मियों को सूचित किया जाए। इच्छुक कर्मचारी 21 दिनों के भीतर आपत्ति या सुझाव दे सकते हैं।