चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन को मेयर चुनाव से पहले एक बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस की तीन बार की पार्षद गुरबख्श रावत अपने पति के साथ भाजपा में शामिल हो गई हैं, जिससे भाजपा की स्थिति मजबूत हुई है। अब भाजपा के पास कुल 16 पार्षद हो गए हैं, जबकि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन के पास 20 पार्षद हैं।
सूत्रों के अनुसार, आम आदमी पार्टी के कुछ पार्षद मेयर उम्मीदवार की घोषणा से नाराज हैं और इस नाराजगी का फायदा भाजपा उठाने की योजना बना रही है। इस बीच, एक और आम आदमी पार्टी का पार्षद भी भाजपा में शामिल होने की चर्चा में है। गुरबख्श रावत के भाजपा में शामिल होने से कांग्रेस के पार्षदों की संख्या अब 6 रह गई है, जबकि भाजपा में पहले से ही एक मजबूत स्थिति बन गई है।
नगर निगम में कुल 35 पार्षद हैं और आगामी मेयर चुनाव में सांसद मनीष तिवारी भी मतदान करेंगे। गुरबख्श रावत ने भाजपा में शामिल होने के बाद कहा कि वे पार्टी की नीतियों से प्रभावित होकर भाजपा में आई हैं। उल्लेखनीय है कि भाजपा के मेयर पद के उम्मीदवार हरप्रीत कौर बबला, जो पहले कांग्रेस से चुनाव जीती थीं, भी भाजपा में शामिल हो चुकी हैं।
इन घटनाक्रमों के बाद मेयर चुनाव पर सभी राजनीतिक दलों की नजरें टिकी हुई हैं। 30 जनवरी को मेयर के चुनाव के साथ-साथ सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव भी होंगे। नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख आज थी, लेकिन किसी ने भी नाम वापस नहीं लिया है, जो चुनावी मुकाबला को और रोमांचक बना देगा।