चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: हरियाणा में हाल ही में बारिश और आग की घटनाओं ने किसानों को भारी नुकसान पहुंचाया है, जिसके बाद विपक्षी दलों ने सरकार से मुआवजे की मांग तेज कर दी है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रदेशभर में खराब हुई फसलों का संज्ञान लेने की अपील करते हुए कहा कि सरकार को किसानों की भरपाई के लिए फौरन मुआवजा देना चाहिए। उन्होंने मंडियों में फैले अव्यवस्थाओं पर भी सवाल उठाए, जहां किसान खुले में फसल रखने को मजबूर हैं।
हुड्डा ने आरोप लगाया कि सरकार गेहूं की केवल 25 फीसदी उठान करवा सकी है, जिससे किसानों की उपज खुले में पड़ी-पड़ी खराब हो रही है। उन्होंने कहा कि ना तो बारदाने की व्यवस्था की गई, ना ही तिरपाल और ना ही समय रहते उठान की प्रक्रिया शुरू की गई। मौसम विभाग की चेतावनी के बावजूद सरकार ने गेहूं को सुरक्षित रखने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए।
दूसरी ओर, इनेलो प्रमुख अभय सिंह चौटाला ने चेतावनी दी है कि अगर किसानों को जल्द मुआवजा नहीं दिया गया तो पार्टी सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगी। उन्होंने कहा कि आंधी और बारिश की वजह से लाखों टन गेहूं खराब हुआ है और आग की चपेट में आकर 1000 एकड़ से अधिक फसल जल गई है। चौटाला ने तंज कसते हुए कहा कि अगर पीएम मोदी की रैली के लिए मुआवजा दिया जा सकता है, तो किसानों की तबाही पर सरकार क्यों खामोश है?