चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: चंडीगढ़ में प्रॉपर्टी टैक्स में तीन गुना बढ़ोतरी को लेकर सियासत गरमा गई है। इस फैसले के विरोध में आज नगर निगम की हाउस टैक्स कमेटी की सदस्य और डिप्टी मेयर तरुणा मेहता ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि जब पहले ही टैक्स की दरें बढ़ा दी गई हैं, तो अब इस कमेटी के होने या मीटिंग करने का कोई मतलब नहीं बचा। तरुणा ने सवाल उठाया कि जब टैक्स बढ़ाने का एजेंडा हाउस में लाया गया, तो इस पर पहले कमेटी में चर्चा क्यों नहीं हुई?
तरुणा मेहता ने इस फैसले के पीछे बीजेपी की साजिश का आरोप लगाते हुए कहा कि पूरा प्लान पहले से तय था, ताकि प्रशासन मनमर्जी से टैक्स लागू कर सके। उन्होंने आरोप लगाया कि मेयर, बीजेपी के पार्षद और प्रशासनिक अधिकारी मिलकर जनता पर तीन गुना टैक्स थोपने में शामिल रहे। उन्होंने कहा कि अब जब जनता का गुस्सा सामने आ रहा है, तो बीजेपी के पार्षद दिखावे के लिए इस्तीफे की पेशकश कर रहे हैं, जो जनता को गुमराह करने की एक और चाल है।
कांग्रेस की ओर से कहा गया कि चंडीगढ़ के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ कि प्रशासन इतनी मनमानी करे और चुने हुए प्रतिनिधि सिर्फ तमाशबीन बनकर रह जाएं। पार्टी ने आरोप लगाया कि आज स्थिति यह हो गई है कि प्रशासन बीजेपी नेताओं की भी नहीं सुनता और बेलगाम होता जा रहा है। कांग्रेस ने दोहराया कि वह इस जनविरोधी फैसले के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगी और जनता की आवाज को लगातार उठाती रहेगी।