चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ी जांच के तहत हिमाचल प्रदेश के सहायक ड्रग कंट्रोलर (एडीसी) निशांत सरीन के आठ ठिकानों पर छापा मारा। यह कार्रवाई धर्मशाला और चंडीगढ़ समेत अन्य जगहों पर हुई। ईडी ने सरीन और उनके परिवार से जुड़े स्थानों से कई आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल उपकरण जब्त किए, जिनमें फार्मा कंपनियों को दी गई मंजूरियां, ड्रग लाइसेंस, कारण बताओ नोटिस और संपत्ति से जुड़े कागजात शामिल हैं।
छापेमारी के दौरान ईडी ने दो लग्जरी गाड़ियां, 40 से ज्यादा बैंक खातों की जानकारी, तीन लॉकर, फिक्स्ड डिपॉजिट रसीदें और शराब की 60 महंगी बोतलें बरामद की हैं। ये बोतलें चंडीगढ़ के न्यू चंडीगढ़ स्थित उनके आवास से मिली हैं, जिनका कोई वैध हिसाब नहीं दिया गया। इसके साथ ही मोबाइल फोन, लैपटॉप और पेन ड्राइव जैसी डिजिटल सामग्री भी कब्जे में ली गई है, जिनकी जांच की जा रही है।
निशांत सरीन के खिलाफ हिमाचल प्रदेश स्टेट विजिलेंस और एंटी करप्शन ब्यूरो ने पहले से एफआईआर दर्ज कर रखी थी। उन पर बद्दी में एडीसी पद पर रहते हुए ड्रग लाइसेंस जारी करने में भ्रष्टाचार, पद के दुरुपयोग और अवैध लाभ लेने के आरोप लगे हैं। इस मामले में उन्हें पहले गिरफ्तार भी किया जा चुका है। साथ ही, उनकी सहयोगी कोमल खन्ना को भी आरोपी बनाया गया था।
ईडी ने स्टेट विजिलेंस की एफआईआर के आधार पर सरीन के खिलाफ अपनी जांच शुरू की थी। इसके अलावा उनके खिलाफ 2022 में हरियाणा पुलिस ने भी एक और मामला दर्ज किया था। अब ईडी की जांच में सामने आए दस्तावेज और डिजिटल सबूतों के आधार पर सरीन की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। एजेंसी उनके द्वारा अर्जित की गई संपत्तियों और लेन-देन की गहराई से जांच कर रही है।