चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: चंडीगढ़ के मनीमाजरा में अगस्त 2024 में शुरू की गई 24 घंटे पानी आपूर्ति योजना अब सवालों के घेरे में आ गई है। यह योजना स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत लागू की गई थी और इसका उद्घाटन गृह मंत्री अमित शाह ने किया था। लेकिन छह महीने बाद भी इलाके के लोग पानी की किल्लत झेल रहे हैं। कई घरों में पानी का प्रेशर इतना कम है कि पहली और दूसरी मंजिल के लोगों को नीचे आकर पानी भरना पड़ रहा है। कुछ इलाकों में तो सुबह-शाम प्रेशर इतना घट जाता है कि लोग अलार्म लगाकर पानी भरने को मजबूर हैं।
स्थानीय निवासी मायाराम और समाजसेवी रामेश्वर गिरी का कहना है कि नगर निगम ने 24 घंटे सप्लाई का वादा किया था, लेकिन न पानी की गुणवत्ता सुधरी और न ही प्रेशर बढ़ा। उल्टा, सप्लाई किए जा रहे पानी में गंदगी और मिट्टी की शिकायतें बढ़ गई हैं, जिससे टैंकों में गाद जम रही है। लोगों का कहना है कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद उनके पानी के बिल तो बढ़ गए, लेकिन पानी की समस्या जस की तस बनी हुई है।
नगर निगम ने इस योजना के तहत मनीमाजरा में 22 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाई और दो बड़े टैंक बनाए, लेकिन इनका कोई खास असर नजर नहीं आ रहा। पानी की समस्या से परेशान लोग अब सरकार से जवाब मांग रहे हैं और चंडीगढ़ के सांसद मनीष तिवारी ने इस मुद्दे को लोकसभा में उठाया है। उन्होंने केंद्र सरकार पर चंडीगढ़ के लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया और मांग की कि इस योजना की असल सच्चाई सामने लाई जाए।