चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: एक दिन की पूरी खामोशी के बाद मंगलवार को शहीद भगत सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से दो उड़ानें—दिल्ली और हैदराबाद से—पहुंचीं। सोमवार को एयरपोर्ट पर कोई भी सिविलियन फ्लाइट न उड़ सकी, क्योंकि भारतीय वायुसेना (IAF) द्वारा रनवे रिपेयर के चलते अचानक उड़ानों के शेड्यूल में बदलाव किया गया था। इस बदलाव से एयरलाइंस और यात्रियों दोनों को तैयारी का समय नहीं मिला, जिसके कारण एक भी फ्लाइट ऑपरेट नहीं हो पाई।
भारतीय वायुसेना इस समय एयरपोर्ट के रनवे की मरम्मत और पॉलीमर मॉडिफाइड इमल्शन (PME) ट्रीटमेंट का काम कर रही है। पहले पूरी तरह से सिविल उड़ानों को 27 अक्टूबर से रोकने की घोषणा की गई थी, लेकिन 24 अक्टूबर को जारी किए गए संशोधित NOTAM (Notice to Airmen) के बाद आंशिक उड़ानों की अनुमति दे दी गई। अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में उड़ानों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ने की उम्मीद है।
संशोधित नोटम के अनुसार, 26 अक्टूबर से 6 नवंबर तक हवाई अड्डा सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक खुला रहेगा। वहीं 7 नवंबर से 18 नवंबर तक उड़ानें रात 11 बजे तक संचालित होंगी, जबकि रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक एयरपोर्ट बंद रहेगा। इस दौरान रनवे पर मरम्मत का कार्य जारी रहेगा।
अधिकारियों ने बताया कि आंशिक बंदी आवश्यक है ताकि रनवे पर PME ट्रीटमेंट का कार्य किया जा सके। गैर-ऑपरेशनल समय में केवल हेलिकॉप्टरों को उड़ान भरने की अनुमति होगी, वह भी पूर्व अनुमति के बाद। इन मरम्मत कार्यों का उद्देश्य यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और उड़ानों की सुचारु व्यवस्था बनाए रखना है।