चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: चंडीगढ़ में बढ़े हुए प्रॉपर्टी टैक्स के खिलाफ मंगलवार को मौजूदा मेयर हरप्रीत कौर बबला और 10 पूर्व मेयर पंजाब के गर्वनर गुलाबचंद कटारिया से मिले। इन नेताओं ने गर्वनर से प्रॉपर्टी टैक्स पर रोक लगाने की मांग की और कहा कि यह जनता पर अत्यधिक बोझ डालने जैसा है। गर्वनर ने सभी को आश्वासन दिया कि इस मुद्दे पर ध्यान दिया जाएगा। वहीं, सोमवार को आम आदमी पार्टी के चंडीगढ़ अध्यक्ष विजयपाल सिंह ने इस मुद्दे को लेकर पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी।
पूर्व मेयरों में अनूप गुप्ता, रविकांत, आशा जसवाल, अरूण सूद, देवेश मोदगिल, सर्वजीत कौर, पूनम शर्मा, राजेश कालिया, कुलदीप कुमार और सुभाष चावला शामिल थे। मेयर हरप्रीत कौर बबला ने कहा कि नगर निगम और प्रशासन को अपनी खर्चों में कटौती करनी चाहिए, न कि जनता पर टैक्स का बोझ डालना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि निगम की वित्तीय मदद को बंद कर दिया गया है और मनमाने तरीके से टैक्स बढ़ाए गए हैं, जबकि हाउस मीटिंग में इस एजेंडे को पहले ही अस्वीकार कर दिया गया था।
चंडीगढ़ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष एच.एस. लक्की ने भी इस टैक्स बढ़ोतरी के खिलाफ अपनी आवाज उठाई। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा केवल बयानबाजी कर रही है, जबकि कांग्रेस पहले ही सभी दलों को एकजुट होकर इस्तीफा देने का प्रस्ताव दे चुकी थी। लक्की ने कहा कि यह टैक्स गरीब जनता पर आर्थिक बोझ डालता है और कांग्रेस पार्टी इसके खिलाफ अपना संघर्ष जारी रखेगी।