चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: प्रदेश में मॉनसून विदाई से पहले भारी बारिश ने कहर मचा दिया है। मंडी के बाद अब बिलासपुर में पिछले 12 घंटे में रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई है। इस वजह से चंडीगढ़-मनाली फोरलेन पर भूस्खलन हुआ और यातायात को एकतरफा किया गया। प्रशासन ने तुरंत मशीनरी तैनात कर मलबा हटाना शुरू कर दिया है। मौसम विज्ञान केंद्र, शिमला के अनुसार, बीते 12 घंटे में नैना देवी में 140.8 मिमी, बिलासपुर में 122.8 मिमी, काहू (बिलासपुर) में 92.3 मिमी और नाहन (सिरमौर) में 80.6 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
बिलासपुर पुलिस ने बताया कि कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन सड़क पर महला और समलेतु के पास केवल एक तरफा यातायात चल रहा है। वहीं, चंडीगढ़-स्वारघाट-मनाली (पुराना एनएच) मार्ग बैनर और घम्बरौला के पास भूस्खलन के कारण बंद है। इसी तरह, बर्थीं-भागचल-थपना (मारोट्टा, कलोल मार्ग) और नंगल-भाखड़ा-श्री नैना देवी जी-स्वारघाट मार्ग पंचपोड़ अवरुद्ध हैं।
आपदा प्रबंधन विभाग की जानकारी के अनुसार, बिलासपुर जिला भारी बारिश से प्रभावित हुआ है। जिले में कुल 24 सड़कें बंद हैं। इनमें से नैना देवी उपमंडल में 13, सदर में 4, घुमारवीं में 3 और झंडूत्ता में 4 सड़कें अवरुद्ध हैं। लगातार बारिश और भूस्खलन से लोगों को यात्रा में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन ने सड़क बहाली के लिए मशीनरी तैनात कर दी है।
डिप्टी सीएम और परिवहन मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि बिलासपुर के ऋषिकेश में फ्लैश फ्लड के चलते एचआरटीसी की बसें फंस गई हैं, लेकिन सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं। पुलिस ने यात्रियों से सावधानी बरतने और बंद मार्गों से बचने की अपील की है।