चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: चंडीगढ़ पुलिस ने ऑपरेशन सेल में तैनात इंस्पेक्टर रणजीत सिंह को लाइन हाजिर कर दिया है। यह कार्रवाई ऑपरेशन सेल की एसपी गीतांजलि खंडेलवाल के पत्र के बाद हुई। इससे पहले ही ऑपरेशन सेल के हेड कांस्टेबल वीरेंद्र सिंह को सस्पेंड किया जा चुका है।
मामला क्या है: 25 सितंबर को चंडीगढ़ के कजहेड़ी स्थित दिलजोत होटल और मोहाली फेज-2 में जिम मालिक विक्की बाउंसर पर फायरिंग हुई थी। हमले में विक्की गंभीर रूप से घायल हुआ। हमला अमन चौहान और रितिक भारद्वाज उर्फ बिल्ला ने सोशल मीडिया पर जिम्मेदारी लेते हुए स्वीकार किया। इसके बाद दोनों आरोपियों ने ऑपरेशन सेल के पास सरेंडर किया था।
पुलिस कार्रवाई में खामियां: ऑपरेशन सेल ने आरोपियों से 2 पिस्टल बरामद की, लेकिन जिस पिस्टल से फायरिंग की गई थी, वह अभी भी बरामद नहीं हुई। इसी लापरवाही के चलते मामला पुलिस स्टेशन 36 को सौंपा गया। पुलिस अभी तीसरी पिस्टल बरामद करने के लिए आरोपियों से पूछताछ कर रही है और धर्मिंदर व आसिफ को गिरफ्तार करना बाकी है, जिनसे पिस्टल खरीदी गई थी।
हेड कांस्टेबल और जेल के मास्टरमाइंड पर आरोप: मोहाली के जिम मालिक विक्की का कहना है कि जो गिरफ्तार आरोपी हैं, वे केवल मोहरे हैं। असली मास्टरमाइंड गोलू जेल में बंद है और उसके इशारे पर पूरी योजना बनाई गई। इसी के अलावा, पुलिस के एक कांस्टेबल पर भी मामले को गुमराह करने के आरोप हैं।
फायरिंग में घायल: विक्की बाउंसर को चार गोलियां लगी थीं और उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है।