चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: चंडीगढ़ में शराब के ठेकों की नीलामी प्रक्रिया एक बार फिर धीमी पड़ गई है। सोमवार को एक्साइज डिपार्टमेंट सिर्फ दो शराब ठेकों की ही नीलामी कर पाया, जबकि कुल 10 ठेकों में से अब तक 8 की बोली नहीं लग सकी है। सैक्टर-25 कॉलोनी और सैक्टर-41 मार्केट के ठेकों की इस बार नीलामी सफल रही, लेकिन बाकी ठेकों को लेकर अब तक कोई उत्साह नहीं दिखा।
जानकारी के अनुसार, सैक्टर-41 मार्केट का ठेका 2 करोड़ 61 लाख रुपये में बिका, जो इसके 2 करोड़ 58 लाख रुपये के रिज़र्व प्राइस से थोड़ा ही ज्यादा था। वहीं, सैक्टर-25 कॉलोनी का ठेका 2 करोड़ 8 लाख 51 हजार रुपये में नीलाम हुआ, जिसका रिज़र्व प्राइस 2 करोड़ 8 लाख 21 हजार 455 रुपये रखा गया था। विभाग अब बाकी बचे ठेकों की नीलामी के लिए बार-बार नई तारीखें घोषित कर रहा है, लेकिन कोई खरीदार आगे नहीं आ रहा।
गौरतलब है कि पिछली नीलामी में इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 स्थित एक शराब का ठेका 15 करोड़ रुपये में बिका था, जो अब तक की सबसे बड़ी बोली मानी गई। इसके बाद विभाग ने जिन ठेकों के लाइसेंस फीस जमा नहीं हुई थी, उन्हें सील कर दिया। इसमें सैक्टर-9 के दो, सैक्टर-32 डी, सैक्टर-40 डी, सैक्टर-45, मनीमाजरा, दरिया और मौलीजागरां के ठेके शामिल थे।
वहीं, जिन ठेकेदारों और कंपनियों ने समय पर सिक्योरिटी मनी जमा नहीं कराई, उन्हें एक्साइज विभाग ने ब्लैकलिस्ट कर दिया है। इनमें सैक्टर-20 डी के ठेकेदार विजेंदर, सैक्टर-22 बी के दो ठेकेदार कमल कर्की और अजय मेहरा, इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 की नीलामी लेने वाली निशा कार्की और मनीमाजरा शिवालिक गार्डन के सामने के ठेकेदार नीरज शर्मा के नाम प्रमुख हैं। विभाग अब नीलामी प्रक्रिया को गति देने के लिए नई रणनीति पर विचार कर रहा है।