चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: चंडीगढ़ में प्रस्तावित ऑपरेशन शील्ड के तहत वीरवार रात 8 से 8:10 बजे तक किशनगढ़ और आईटी पार्क क्षेत्रों में ब्लैकआउट और मॉक ड्रिल होनी थी, लेकिन प्रशासन ने इस कार्यक्रम को फिलहाल स्थगित कर दिया है। इसके बावजूद पहले से तय योजना के मुताबिक सेक्टर-47 स्थित कम्युनिटी सेंटर में एक नकली सैन्य स्टेशन बनाकर दुश्मन के ड्रोन हमले की मॉक ड्रिल किए जाने की योजना थी, जो नागरिकों को आपात स्थितियों के लिए तैयार करने के मकसद से की जा रही थी।
यह अभ्यास केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा आयोजित दूसरे राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा अभ्यास का हिस्सा है, जिसमें देश की पश्चिमी सीमा से जुड़े सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के जिलों को शामिल किया गया है। चंडीगढ़ प्रशासन की तैयारी को लेकर मुख्य सचिव राजीव वर्मा की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक भी की गई, जिसमें आईजी आरके सिंह समेत प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। इस बैठक में ड्रोन हमले जैसी आपात स्थितियों से निपटने की योजनाओं को अंतिम रूप दिया गया।
चंडीगढ़ में इससे पहले भी पाकिस्तान की ओर से ड्रोन हमले की आशंका के चलते एयरफोर्स स्टेशन पर अलर्ट जारी हो चुके हैं और ब्लैकआउट की स्थितियां पैदा हुई थीं। ऐसे में सेक्टर-47 में होने वाली मॉक ड्रिल में दुश्मन के ड्रोन हमले की काल्पनिक स्थिति तैयार की जाएगी, जिसमें 20 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का अभ्यास किया जाएगा। साथ ही मेडिकल इमरजेंसी के तहत 30 यूनिट खून, अतिरिक्त चिकित्सा दल और तुरंत उपचार की व्यवस्था को भी परखा जाएगा।
इस अभ्यास में नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों के साथ-साथ होमगार्ड, एनसीसी, एनएसएस और अन्य संस्थाएं भी शामिल होंगी। अभ्यास के दौरान हवाई हमलों, ड्रोन और मिसाइल अटैक की स्थितियों को दोहराया जाएगा और एयर रेड सायरन तथा कंट्रोल रूम्स के बीच समन्वय का परीक्षण होगा। ऑपरेशन शील्ड के तहत रियर एरिया सिक्योरिटी को मजबूत करने के लिए बॉर्डर विंग होम गार्ड्स की तैनाती भी भारतीय सेना के साथ मिलकर की जाएगी। मुख्य सचिव ने सभी विभागों से इसमें सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।