चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: चंडीगढ़ में महिला कांग्रेस ने पंजाब की मान सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें महिलाओं के अधिकारों और सरकार द्वारा किए गए वादों को पूरा करने की मांग उठाई गई। जब प्रदर्शनकारी विधानसभा घेरने की कोशिश कर रहे थे, तब पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया, जिससे कई महिलाएं घायल हो गईं। इस विरोध का नेतृत्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजा वडिंग ने किया, जिन्हें अन्य नेताओं के साथ हिरासत में लिया गया और पूछताछ के बाद रिहा कर दिया गया।
पूर्व मंत्री बलबीर सिद्धू ने कहा कि यह प्रदर्शन महिलाओं के हक और उनके मुद्दों को लेकर किया गया था। उन्होंने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि महिलाओं को 1100 रुपये देने का जो वादा किया गया था, वह अब तक पूरा नहीं हुआ है। इसके अलावा, उन्होंने पंजाब में विकास कार्यों की धीमी गति पर भी सवाल उठाया और सरकार की नीतियों की निंदा की। सिद्धू ने पुलिस की कार्रवाई की आलोचना करते हुए कहा कि वॉटर कैनन के इस्तेमाल से कई महिलाएं घायल हुईं और उनके कपड़े भी फट गए। उन्होंने चेतावनी दी कि इस घटना का असर आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव में देखने को मिलेगा।
महिला कांग्रेस की नेता कर्मजीत कौर ने बताया कि इस विरोध प्रदर्शन का मकसद सिर्फ महिलाओं के अधिकारों की आवाज उठाना नहीं था, बल्कि किसानों की गिरफ्तारी और पटियाला में एक कर्नल के साथ हुई मारपीट जैसे अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी सरकार का ध्यान खींचना था। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार न तो महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर है और न ही अपने चुनावी वादों को पूरा कर रही है। इस संघर्ष का नेतृत्व राजा वडिंग और महिला कांग्रेस अध्यक्ष ने किया, जिससे यह प्रदर्शन और अधिक प्रभावशाली बन गया।