चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: चंडीगढ़ से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। साइबरक्राइम पुलिस ने गुरुद्वारे में उपदेशक बलदेव सिंह उग्रान को गिरफ्तार किया है। उस पर आरोप है कि उसने एक महिला की तस्वीरों को आपत्तिजनक तरीके से एडिट कर सोशल मीडिया पर अपलोड किया और महिला तथा उसके परिवार को धमकाया। पीड़िता का कहना है कि इस घटना ने उसे मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान कर दिया है और वह खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है।
जानकारी के अनुसार, महिला गुरुद्वारों में लंगर सेवा से जुड़ी हुई हैं। उन्होंने बताया कि पहले हरजीत सिंह नाम के एक व्यक्ति पर यौन शोषण का केस दर्ज कराया था। इसी मामले की जांच के दौरान उनकी मुलाकात बलदेव सिंह उग्रान से हुई। महिला ने आरोप लगाया कि हरजीत सिंह और उसके मैनेजर गौरव जलोटा ने उसकी फोन से तस्वीरें निकालकर उन्हें आपत्तिजनक तरीके से एडिट किया। जब महिला ने केस वापस लेने से मना किया, तो बलदेव सिंह ने कथित तौर पर ये तस्वीरें अपने फेसबुक अकाउंट पर अपलोड कर दीं।
पीड़िता ने बताया कि आरोपियों ने उसकी तस्वीरें वायरल करने के साथ-साथ उसके परिवार को नुकसान पहुंचाने की धमकी भी दी। महिला लगातार मानसिक दबाव और डर में जी रही हैं। बलदेव सिंह उग्रान ने पुलिस को बयान में इन सभी आरोपों से इनकार किया और कहा कि महिला ने उन्हें ब्लैकमेल करने के लिए झूठी शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने दावा किया कि उनके फेसबुक आईडी से कोई भी तस्वीर अपलोड नहीं हुई।
जांच के दौरान हरमंजीत सिंह नामक गवाह ने पुलिस को स्क्रीन रिकॉर्डिंग दिखाई, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि महिला की आपत्तिजनक तस्वीरें वास्तव में उग्रान के फेसबुक पेज पर अपलोड की गई थीं। इस सबूत के आधार पर साइबरक्राइम पुलिस ने बलदेव सिंह उग्रान के खिलाफ मामला दर्ज किया। उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) 2023 की धारा 77 और आईटी एक्ट 2000 की धारा 66(E) व 67(A) के तहत कार्रवाई की गई है।