चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: राज्य में ड्रग्स के ओवरडोज से होने वाली मौतों का सिलसिला लगातार जारी है। नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की 2023 की रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब में ड्रग ओवरडोज से 89 मौतें दर्ज हुईं, जो 2022 में हुई 144 मौतों के मुकाबले लगभग 38 प्रतिशत कम हैं। आंकड़े कम दिखा रहे हैं, लेकिन साल 2024 और 2025 में कई जिलों में लगातार मौतें हो रही हैं।
हाल के महीनों में फिरोजपुर के लाखो के बेहड़ा गांव में कुछ ही दिनों में चार युवाओं की मौत ने ग्रामीण इलाकों में सस्ती और नकली सिंथेटिक ड्रग्स की पहुंच अब भी बड़ी चुनौती साबित की। पटियाला में भी इससे पहले लगातार तीन मौतें हुई थीं। 2024 में राज्य में 175 किलोग्राम क्रिस्टल मेथ (आइस) जब्त किया गया, जबकि 2025 के पहले पांच महीनों में यह आंकड़ा बढ़कर 404 किलोग्राम हो गया। 2023 में केवल 61.9 किलोग्राम आइस जब्त हुई थी।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मौतों में कमी सरकारी मुहिम, पुलिस कार्रवाई और जागरूकता अभियानों के संयुक्त प्रयास का परिणाम है। पंजाब पुलिस ने “वार अगेंस्ट ड्रग्स” अभियान के तहत 221 दिनों में अब तक 32,234 ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार किया है।
एनसीआरबी रिपोर्ट के मुताबिक, पूरे देश में 2023 में 654 लोग ड्रग ओवरडोज़ से मरे, जिनमें पंजाब में 89, मध्य प्रदेश में 85 और राजस्थान में 84 मौतें हुईं। राज्य के ग्रामीण इलाकों में खतरा अभी भी बरकरार है। फिरोजपुर, मोगा, संगरुर, तरनतारन और बठिंडा जिले ड्रग ओवरडोज की घटनाओं के हॉटस्पॉट बने हुए हैं।