लखनऊ न्यूज डेस्क: लखनऊ-चंडीगढ़ एक्सप्रेस में रविवार को एक दर्दनाक घटना घटी। बरेली-रामपुर के बीच नगरिया रेलवे स्टेशन के पास अज्ञात बदमाशों ने ट्रेन में खिड़की के पास बैठी कई महिलाओं के सोने की चेन और अन्य आभूषण लूट लिए। घटना के बाद पीड़ित महिलाओं ने शोर मचाया, लेकिन उनकी मदद के लिए कोई पुलिसकर्मी नहीं पहुंचा।
इसके बाद, पीड़ित महिलाएं सहारनपुर जीआरपी स्टेशन पर मुकदमा दर्ज कराने गईं, लेकिन उन्हें वहां भी निराशा हाथ लगी। उन्होंने पुलिस पर मुकदमा दर्ज नहीं करने का आरोप लगाया है। यह घटना रेलवे सुरक्षा में बड़ी चूक को दर्शाती है और पुलिस की लापरवाही को उजागर करती है।
लखनऊ-चंडीगढ़ एक्सप्रेस रविवार सुबह बरेली-रामपुर के बीच नगरिया रेलवे स्टेशन के पास सिग्नल नहीं मिलने के कारण रुकी हुई थी। इस दौरान बदमाशों ने खिड़की के पास बैठी महिला यात्रियों को निशाना बनाया और उनके आभूषण लूटकर भाग गए। घटना के बाद रेलवे पुलिस हरकत में आई और बदमाशों की तलाश शुरू कर दी। लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। पीड़ित महिलाओं ने सहारनपुर रेलवे पुलिस स्टेशन पर रिपोर्ट दर्ज नहीं करने का आरोप लगाया है।
चंडीगढ़ की अंजना और चार अन्य महिलाएं लखनऊ-चंडीगढ़ एक्सप्रेस के एस-7 कोच में यात्रा कर रही थीं। जब ट्रेन जंगल के पास रुकी, बदमाशों ने इस मौके का फायदा उठाकर महिलाओं के आभूषण, जिनमें सोने की चेन भी शामिल थी, लूट लिए। महिलाओं ने शोर मचाया, लेकिन पुलिस समय पर नहीं पहुंची। इसके बाद, पीड़ित महिलाओं ने रेलवे हेल्पलाइन नंबर पर लूट की सूचना दी। सहारनपुर स्टेशन पर पहुंचने पर रेलवे पुलिस ने कोच में जाकर घटना की जानकारी ली और आगे की कार्रवाई शुरू की।
रेलवे पुलिस अधीक्षक आशुतोष शुक्ला ने कहा कि लखनऊ-चंडीगढ़ एक्सप्रेस में महिला यात्रियों से लूट की घटना की जानकारी मिली है। नगरिया रेलवे स्टेशन के पास सिग्नल नहीं मिलने के कारण ट्रेन रुकी थी, इस दौरान बदमाशों ने महिलाओं के आभूषण और सामान लूट लिए। पुलिस घटना की जांच कर रही है और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है।