चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: चंडीगढ़ में सीबीआई ने आज चार पुलिस कांस्टेबलों के घरों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद की गई, जिसमें डेंटिस्ट डॉ. मोहित धवन के कथित अपहरण मामले की जांच का निर्देश दिया गया था। बुधवार को सीबीआई ने पूछताछ के दौरान आरोपियों के फोन भी जब्त कर लिए।
सीबीआई ने इस मामले में चंडीगढ़ पुलिस के सात कर्मियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इन पर डॉ. धवन को जबरन हिरासत में लेने और अवैध रूप से कैद रखने का आरोप है। आरोपी पुलिसकर्मियों में इंस्पेक्टर हरिंदर सेखों, एएसआई अजमेर, कांस्टेबल विकास हुड्डा, अनिल, सुभाष और एक अन्य शामिल हैं, जो उस समय क्राइम ब्रांच में तैनात थे। सोमवार को केस दर्ज करने के बाद बुधवार को जांच एजेंसी ने चार आरोपियों के घरों पर छापे मारे।
यह मामला 2018 का है, जब अमेरिकी नागरिक गर्ट्रूड डिसूजा ने डॉ. धवन पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया था। उन्होंने 2017 में उनके क्लिनिक में डेंटल इम्प्लांट करवाया था। बाद में 2020 में केन्या की एनिड नयाबुंदी ने भी इसी तरह की शिकायत दर्ज कराई। डॉ. धवन ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दावा किया कि चंडीगढ़ पुलिस ने उन्हें अगवा कर जबरन समझौता करने का दबाव डाला था।
मामले ने नया मोड़ तब लिया जब डॉ. धवन ने दिल्ली के तत्कालीन पुलिस आयुक्त और सीबीआई के पूर्व विशेष निदेशक राकेश अस्थाना पर पद के दुरुपयोग और रिश्वत मांगने का आरोप लगाया। हाईकोर्ट ने एसआईटी जांच का आदेश दिया, लेकिन चंडीगढ़ प्रशासन ने इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। सुप्रीम कोर्ट ने 6 अगस्त को मामले की गंभीरता को देखते हुए सीबीआई को जांच सौंप दी और निष्पक्ष कार्रवाई के निर्देश दिए। इसी के तहत आज छापेमारी की गई।