चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: होली का त्योहार करीब है और देशभर में इसकी तैयारियां जोरों पर हैं। इस खास मौके पर चंडीगढ़ की मॉडल जेल, बुड़ैल के कैदियों द्वारा तैयार इको-फ्रेंडली हर्बल गुलाल और स्वादिष्ट मिठाइयां लोगों के लिए उपलब्ध कराई जा रही हैं। जेल प्रशासन ने बेहद किफायती दामों पर यह हर्बल गुलाल पेश किया है, जिसमें 200 ग्राम का पैक 40 रुपये और 100 ग्राम का पैक 20 रुपये में मिल रहा है। कैदियों द्वारा बनाए गए ये उत्पाद न सिर्फ सुरक्षित और प्राकृतिक हैं बल्कि इनके जरिए उन्हें एक नई दिशा भी दी जा रही है।
आईजी जेल राज कुमार सिंह ने बताया कि यह हर्बल गुलाल पूरी तरह से प्राकृतिक और त्वचा के अनुकूल सामग्री से तैयार किया गया है, जिससे यह केमिकल युक्त रंगों का बेहतरीन विकल्प बनता है। उन्होंने कहा, "गुलाल को कैदियों द्वारा उनके कौशल विकास कार्यक्रम के तहत हाथ से बनाया जाता है, और यह कई चमकीले रंगों में उपलब्ध है।" इसे सेक्टर 22 स्थित जेल के रिटेल स्टोर 'सृजन' में बेचा जा रहा है। इसके अलावा, जरूरत के हिसाब से थोक ऑर्डर भी लिए जा रहे हैं और उसी के अनुसार उत्पादन बढ़ाया जाता है।
रंगों के साथ ही कैदी पारंपरिक मिठाइयां और स्नैक्स भी तैयार कर रहे हैं। इनमें लड्डू, पेठा, बेसन की बर्फी जैसे मीठे व्यंजन शामिल हैं, जबकि नमकीन स्नैक्स में समोसे, मटर, नमकीन और सैंडविच भी उपलब्ध हैं। इसके अलावा, भुने हुए चने, मूंगफली और सोयाबीन जैसे खाद्य पदार्थों को भी सफाई और गुणवत्ता का खास ध्यान रखते हुए पैक किया जाता है, ताकि ग्राहकों को ताजगी का बेहतरीन अनुभव मिले।
आईजी राज कुमार सिंह ने बताया कि इन उत्पादों की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है, क्योंकि लोग इनके प्रामाणिक स्वाद और स्वच्छता को पसंद कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "होली के जश्न में इन उत्पादों को शामिल करने से न केवल लोगों को गुणवत्तापूर्ण चीजें मिलती हैं, बल्कि कैदियों को व्यावसायिक प्रशिक्षण देकर उनके पुनर्वास में भी मदद मिलती है।" यह पहल जेल में सुधार और पुनर्वास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस बीच, उत्तर प्रदेश के वृंदावन में एक हिंदूवादी संगठन ने होली समारोहों को लेकर विवादित मांग रखी है। संगठन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से ब्रज क्षेत्र में होली पर आयोजित कार्यक्रमों में मुस्लिम समुदाय के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की है। संगठन के अध्यक्ष सौरभ गौड़ ने दावा किया कि कुछ जगहों पर मुस्लिम समाज के लोग हिंदुओं को धमकाने की कोशिश कर रहे हैं, इसलिए वे मथुरा, वृंदावन, नंदगांव, बरसाना और गोकुल जैसे तीर्थस्थलों पर मुस्लिमों के प्रवेश पर रोक लगाने के पक्ष में हैं। उन्होंने कहा कि होली प्रेम और सौहार्द का त्योहार है, लेकिन वे नहीं चाहते कि कोई गैर-हिंदू इस मौके पर रंग-गुलाल बेचने या भीड़ में शामिल होकर हुड़दंग करने की कोशिश करे।