चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: पंजाब के खनौरी और शंभू बॉर्डर पर जारी किसान आंदोलन अब चंडीगढ़ तक पहुंचने वाला है। किसानों ने ऐलान किया है कि वे 5 मार्च को चंडीगढ़ की ओर कूच करेंगे और वहां पक्का मोर्चा लगाएंगे। हालांकि, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किसानों को चंडीगढ़ में धरना देने की इजाजत नहीं दी, लेकिन किसान अपने फैसले पर अडिग हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि वे ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ चंडीगढ़ पहुंचेंगे।
किसानों को रोकने के लिए चंडीगढ़ पुलिस ने भी सुरक्षा कड़ी कर दी है। पंजाब से लगती सीमाओं पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। शहर में 2500 जवानों की तैनाती होगी, जिनमें से 1200 जवान 12 खास नाकों पर तैनात रहेंगे। आदेश दिए गए हैं कि अगर किसानों ने रास्ते जाम किए तो बल प्रयोग किया जाएगा, लाठीचार्ज तक की तैयारी कर ली गई है।
किसान छह फसलों पर एमएसपी लागू करने, कर्ज माफी, गन्ना किसानों का बकाया चुकाने और आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों को मुआवजा देने समेत 18 मांगों को लेकर अड़े हुए हैं। सोमवार को किसानों के साथ बैठक के दौरान सीएम भगवंत मान गुस्से में उठकर चले गए, जिससे किसान नाराज हो गए। किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि ऐसा व्यवहार पहले किसी मुख्यमंत्री ने नहीं किया। उनका कहना है कि सीएम ने पूरे पंजाब के किसानों को खुली चुनौती दी है, इसलिए अब वे 5 मार्च को चंडीगढ़ में डटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।