चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: चंडीगढ़ के मशहूर रॉक गार्डन को लेकर इन दिनों लोग नाराज हैं। प्रशासन ने यहां की बाहरी दीवार का एक हिस्सा तोड़ दिया है और अब 50 से ज्यादा पेड़ों को काटने की तैयारी है। लोगों का कहना है कि यह फैसला शहर की प्राकृतिक खूबसूरती और धरोहर को नुकसान पहुंचाएगा। इसी के विरोध में स्थानीय लोग चिपको आंदोलन की तरह पेड़ों से चिपककर प्रदर्शन कर रहे हैं। इससे पहले भी लोग सड़कों पर उतरकर विरोध जता चुके हैं और अब वे इस मामले को लेकर हाईकोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं।
दरअसल, पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश के बाद प्रशासन ने 22 फरवरी को रॉक गार्डन की बाहरी दीवार गिरा दी। यहां पार्किंग और सड़क चौड़ी करने का काम किया जा रहा है, जिसे लेकर लोग पिछले एक हफ्ते से विरोध कर रहे हैं। शुक्रवार को भी शहरवासियों ने रॉक गार्डन से सुखना लेक तक मार्च निकाला था और पेड़ों की कटाई के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की थी। बढ़ते विवाद को देखते हुए फिलहाल प्रशासन ने कार्रवाई रोक दी है।
रॉक गार्डन को नेक चंद सैनी ने सामग्रियों से तैयार किया था और इसे बनाने में उन्हें करीब 20 साल लगे थे। यह गार्डन 40 एकड़ में फैला हुआ है और हर साल लाखों सैलानी यहां घूमने आते हैं। नेक चंद के इस अनोखे निर्माण को बचाने के लिए ‘सेविंग चंडीगढ़’ संस्था भी विरोध कर रही है। स्थानीय लोग चाहते हैं कि प्रशासन इस धरोहर को बचाने के लिए कोई और समाधान निकाले और पेड़ों की कटाई को रोके।