चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: चंडीगढ़ यूटी प्रशासन के समाज कल्याण, महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जून माह को 'विश्व बाल श्रम निषेध माह' के रूप में मनाया जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है, ताकि समाज में बाल श्रम के खिलाफ एक मजबूत संदेश दिया जा सके। इसी कड़ी में वीरवार को सेक्टर-9 स्थित नए यूटी सचिवालय में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम में चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने चंडीगढ़ के नागरिकों को संबोधित करते हुए बाल श्रम को जड़ से समाप्त करने की अपील की। उन्होंने कहा कि बच्चों को एक सुरक्षित और सम्मानजनक बचपन देने के लिए समाज के हर वर्ग को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। इस अवसर पर एक शपथ ग्रहण समारोह भी हुआ, जिसकी अध्यक्षता यूटी के मुख्य सचिव राजीव वर्मा ने की।
शपथ समारोह में चंडीगढ़ प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, सभी विभागों के सचिव, निदेशक, व्यापार संघ और होटल एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और बाल श्रम के खिलाफ संघर्ष में एकजुट होकर काम करने की शपथ ली। यह प्रयास चंडीगढ़ को बाल श्रम से मुक्त शहर बनाने की दिशा में एक ठोस कदम है।
अभियान के अंतर्गत जन-जागरूकता फैलाने के लिए रेडियो अभियान, डिजिटल मीडिया प्रचार, नुक्कड़ नाटक और बचाव अभियान जैसी गतिविधियां चल रही हैं। जनवरी 2025 से अब तक कुल 27 बच्चों को बाल श्रम से मुक्त किया गया है। इन अभियानों में जिला बाल संरक्षण इकाई, श्रम विभाग, मानव तस्करी निरोधक इकाई और चाइल्ड हेल्पलाइन की टीमों ने मिलकर महत्वपूर्ण योगदान दिया है।