चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: शुक्रवार को जयपुर से चंडीगढ़ जा रही इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट 6E-7742 में उस वक्त बड़ा तकनीकी संकट आ गया, जब लैंडिंग से कुछ देर पहले अचानक दोनों इंजन ने कुछ समय के लिए काम करना बंद कर दिया। गनीमत रही कि ऑटो इग्निशन सिस्टम ने तुरंत एक्टिव होकर दोनों इंजनों को फिर से चालू कर दिया और फ्लाइट की सुरक्षित लैंडिंग संभव हो पाई। यह घटना चंडीगढ़ पहुंचने से करीब 15 मिनट पहले हुई। डीजीसीए ने इस गंभीर मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, फ्लाइट ने जयपुर एयरपोर्ट से सुबह 5.50 बजे उड़ान भरी थी और उसे करीब 7 बजे चंडीगढ़ पहुंचना था। लेकिन लैंडिंग से ठीक पहले एक इंजन में फ्लेम आउट (ईंधन जलना रुक जाना) की समस्या सामने आई, जिससे कुछ देर के लिए इंजन की गति (RPM) धीमी हो गई। एयरलाइन सूत्रों के अनुसार, इस गड़बड़ी के पीछे मौसम की खराबी एक अहम वजह रही। हालांकि, इंजन नियंत्रण प्रणाली ने स्थिति को समय रहते संभाल लिया और यात्रियों को किसी असामान्यता का अनुभव नहीं हुआ।
लैंडिंग के समय चंडीगढ़ में तेज बारिश हो रही थी, जिसे इंजन खराबी की एक और वजह माना जा रहा है। इस घटना के बाद डीजीसीए ने जांच के लिए न सिर्फ एयरलाइन को, बल्कि इस एयरक्राफ्ट (ATR-72) बनाने वाली कंपनी को भी नोटिस भेजा है। जांच में यह देखा जाएगा कि क्या उड़ान से पहले तकनीकी जांच ठीक से की गई थी, दोनों इंजन एक साथ कैसे बंद हुए, या फिर कहीं जानबूझकर किसी ने गड़बड़ी तो नहीं की।
गौरतलब है कि इससे ठीक एक महीने पहले, 30 मार्च को जयपुर से चेन्नई जा रही स्पाइसजेट की फ्लाइट SG-9046 में भी एक बड़ी गड़बड़ी सामने आई थी। उस फ्लाइट के टायर में खराबी आने के बाद पायलट को चेन्नई एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी थी। लगातार दो घटनाओं ने विमान सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।